IMPS के जरिए 12.64 लाख रुपए ट्रांसफर और धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को दबोचा पांच आरोपी अभी भी फरार
रिपोर्ट :- दौलत शर्मा
नई दिल्ली :- साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज साउथ थाने की पुलिस टीम ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से अपराध में इस्तेमाल 5 मोबाइल फोन तीन एटीएम कार्ड और तीन खातों में जमा राशि 12.64लाख रुपए को फ्रीज किया गया है गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सतीश कुमार यादव ओम प्रकाश अभानंद और अनिल कुमार के रूप में की गई है जबकि इस मामले में पांच आरोपी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं जिनके नाम प्रदीप गौरव अनस विनीत और अधर बताए जा रहे हैं।
साउथ वेस्ट दिल्ली के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि 21 जून को वसंत कुंज साउथ थाने में एक ही शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि उनकी आयुर्वेदिक लिमिटेड फॉरेस्ट लैंड घिटोरनी में एक कंपनी है अकाउंटेंट के मोबाइल नंबर सिम स्वैप इनके साथ डुप्लीकेट सिम कार्ड प्राप्त किया गया था जिसे दोनों कंपनी के एचडीएफसी पर अपडेट किया गया था बैंक खाता और उनके कर्मचारी का कार्य खाता बाद में अपराधियों ने नेट बैंकिंग में लॉगिन किया और कंपनी के खाते से 892000 और अकाउंटेंट के कर्मचारियों के खाते से 372000 ट्रांसफर के माध्यम से तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लिए इस संबंध में वसंत कुंज थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी नरेश यादव ने वसंत कुंज साउथ थाने के एसएचओ अजय नेगी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया।
टीम ने तकनीकी जांच करते हुए पता चला कि सिम कार्ड बरेली यूपी से जारी किया गया था इसलिए सिम कार्ड डीलर से पूछताछ करने के लिए टीम को बरेली भेजा गया पूछताछ करने पर उसने बताया कि फोटो के मिलान और बैकलित नंबर पर ओटीपी भेज कर सिम कार्ड जारी किया गया था आगे की जांच के दौरान यह पता चला कि कथित सिम कार्ड रात 10:55 बजे जारी किया गया था और केवाईसी फॉर्म पर चिपकाए गए डीलर जारीकर्ता की तस्वीर है बता रही थी कि घर से सिम कार्ड जारी किया गया था क्योंकि उसने तस्वीर में बनियान पहन रखी थी आगे की जांच के दौरान नंबरों को ट्रेस किया गया नंबर दूसरे राज्य मध्यप्रदेश में सक्रिय आइएमपीएस ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किए गए थे पुलिस टीम में तकनीकी जांच करते हुए सिम कार्ड डीलर अभिषेक कुमार को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार कर लिया गया पूछताछ के दौरान उसने अपने पांच अन्य सहयोगी यानी प्रदीप विनीत गौरव अथर्व और अनस के साथ अपराध में शामिल होने की बात कबूलीपूछताछ के दौरान आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अपने खाते अनिल कुमार वर्मा को प्रदान किए जो पूरे रैकेट का सरगना है और अनस के माध्यम से कमीशन के आधार पर अपने खातों का प्रबंधन करता था आरोपियों की निशानदेही पर सरगना अभिषेक कुमार गंगवार सतीश कुमार ओम प्रकाश और आभास आनंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उनके कब्जे से एटीएम और 5 मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए इस मामले में अभी 5 आरोपी फरार बताए जा रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।