14 साल की नाबालिग लड़की ने दो पुलिस अधिकारी, नेताओं और बिल्डर्स पर रेप, ब्लैकमेल करने और देह व्यापार में दखेलने का आरोप लगाया है
14 साल की नाबालिग लड़की ने दो पुलिस अधिकारी, नेताओं और बिल्डर्स पर रेप, ब्लैकमेल करने और देह व्यापार में दखेलने का आरोप लगाया है
रिपोर्ट:- शुभम सोनी
झारखंड:- झारखंड से बेहद ही शर्मनाक करने वाला मामला सामने आया है. 14 साल की नाबालिग लड़की ने दो पुलिस अधिकारी, नेताओं और बिल्डर्स पर रेप, ब्लैकमेल करने और देह व्यापार में दखेलने का आरोप लगाया है। नाबालिग ने यह आरोप रांची में मंगलवार को सीएम रघुवर दास के ‘सीधी बात’ प्रोग्राम में लगाए। सप्ताह के हर मंगलवार को सीएम इस प्रोग्राम में लोगों की शिकायत सुनते हैं। झारखंड मानव अधिकार आयोग के प्रमुख मनोज मिश्रा द्वारा दायर की गई शिकायत के आधार पर सीएम ने सीआईडी जांच के आदेश दे दिए। इसके साथ ही सीएम ने एक महीने में इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है।
पीड़िता की मां ने इस साल मार्च महीने में सीबीआई जांच की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस याचिका में उन सभी 16 आरोपियों के नाम दिए गए थे, जिनकी पहचान पीड़िता ने एसएसपी के सामने जांच में की थी। इनमें तत्कालीन एमजीएम पुलिस स्टेशन इंचार्ज इमदाद अंसारी और तत्कालीन पतम्दा डीएसपी अजय केरकेत्ता का नाम शामिल था।
मिश्रा ने सीएम से कहा कि नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप किया गया और उसे देह व्यापार में दखेला गया। इसमें दो पुलिस अधिकारी, कुछ राजनेता और बिल्डर्स शामिल हैं। इसके साथ ही बताया कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे पुलिस का पक्ष रख रहे थे, उन्होंने सीएम से कहा कि पुलिस मामले निष्पक्षता से जांच कर रही है और तीन आरोपियों इंद्रपाल सैन, शिव महतो और श्रीकांत महतो को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
साथ ही एसएसपी ने बताया कि हमने दोनों आरोपी पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है। हमने 100 लोगों के बयान दर्ज किये हैं, लेकिन हमें पुख्ता सबूत नहीं मिले, जिनके आधार पर बाकी आरोपियों को जेल भेजा जा सके।पीड़िता और उनके संरक्षक ने सीएम से बताया कि उसने उस डॉक्टर की भी पहचान कर ली थी, जिसने अपने नर्सिंग होम में उसका गर्भपात किया था। इसके साथ ही उसकी वीडियो और ऑडियो क्लिप भी पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने अदालत में पेश की गई चार्जशीट में उन्हें शामिल ही नहीं किया। पीड़िता के संरक्षकों ने बताया कि दोनों आरोपी पुलिस ऑफिसर्स की ओर से उन्हें मुंह बंद रखने के लिए 23 लाख रुपए ऑफर किए गए थे। इसके अलावा सिटी एसपी ने आरोपियों में से एक के साथ शादी का भी ऑफर दिया था।