12 CBSE बोर्ड के एग्जाम को लेकर हुई मीटिंग में मनीष सिसोदिया ने की मांग पहले बच्चों को लगाए जाए वैक्सीन
रिपोर्ट :- शिल्पा
नई दिल्ली :-: 12 CBSE बोर्ड एग्जाम को लेकर केंद्र सरकार ने सभी शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक बुलाई। जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे और साथ ही कई शिक्षा मंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा अधिकारी और मुख्यमंत्री भी इस बैठक में शामिल थे।
इस बैठक में केंद्र सरकार ने दो प्रस्ताव रखें। पहला प्रस्ताव केंद्र सरकार का यह है कि 12वीं की परीक्षा ली जाए लेकिन सभी विषय की परीक्षा ना हो कूल 200 विषय की परीक्षा में से केवल 20 मेजर विषय की ही परीक्षा ली जाए और उसी बेस पर छात्रों को मार्क्स दिए जाए। केंद्र सरकार का दूसरा प्रस्ताव यह है कि 12वीं की परीक्षा हो लेकिन एग्जाम का पैटर्न बदल दिया जाए,12वीं की परीक्षा स्कूल में ही हो और 3 घंटे की जगह 1.5 घटे का ही एग्जाम लिया जाए और सिर्फ ऑब्जेक्टिव टाइप यही क्वेश्चन दिए जाए साथ ही 12वीं की परीक्षा सेंटर में ना लेकर स्कूल में ही लिया जाए और स्कूल में ही चेक किया जाए। साथ ही बच्चों की सारे विषय की परीक्षा ना हो बच्चे ही तय करें कि कौन से 4 विषय की परीक्षा वह देना चाहते हैं।
लेकिन दिल्ली सरकार चाहती है कि बच्चों की परीक्षा ना हो इसलिए दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के लिए गए फैसले के पक्ष में नहीं है क्योंकि केंद्र सरकार के लिए गए दोनों फैसले एग्जाम करवाने की तरफ है इसलिए मनीष सिसोदिया ने कहा है कि वह हम केंद्र को चिट्ठी लिखेंगे और कहेंगे की 12वीं की परीक्षा ना करवाई जाए जैसे दसवीं के छात्रों को हिस्टोरिकल रेफरेंस पर पास किया जा रहा है उसी तरह 12वीं के छात्रों को भी हिस्टोरिकल रिफरेंस पर पास किया जाए। अगर कोई बच्चा यह कहता है कि उसको हिस्टोरिकल रेफरेंस पर मार्क्स नहीं चाहिए क्योंकि हिस्टोरिकल रिफरेंस में मार्क्स काम आए हैं तो वह बाद में 12वीं की परीक्षा दे सकता है।
मनीष सिसोदिया ने मांग की है की 12वीं के छात्र और सभी टीचर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगवाई जाए ,करीब 1.5 करोड़ 12वीं के छात्र हैं और 1.5 करोड़ टीचर्स से कुल तीन करोड़ लोगों को सबसे पहले वैक्सीन लगवाई जाए। लेकिन 1.5 12वीं के छात्रों में से 95% छात्र अभी 18 साल के नहीं हुए हैं लेकिन मनीष सिसोदिया का कहना है कि वह हेल्थ एक्सपर्ट से बात करेंगे कि जो 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगो की वैक्सीन है वह 17 या साढ़े 17 साल के बच्चे को लगाई जा सकती है या नहीं उसके बाद ही 1.5 करोड़ छात्रों को वैक्सीन लगाई जाएगी।मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार से निवेदन किया है कि 12वीं की परीक्षा बच्चों को वैक्सीनेशन लगने के बाद ही ली जाए।