सेना दिवस 2021: क्यूं मनाया जाता है 15 जनवरी को सेना दिवस
रिपोर्ट :- प्रिंस बहादुर सिंह
नई दिल्ली :-आज भारतीय सेना 73 वां सेना दिवस मना रही है। हमारे देश के सैनिकों को निस्वार्थ सेवा और भाईचारे की सबसे बड़ी मिसाल कायम करने के लिए हर साल सेना दिवस सभी सेना कमान मुख्यालय में मनाया जाता है। राष्ट्र भी इस दिन बहादुरों की वीरता को श्रद्धांजलि देता है और उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद करता है।
15 जनवरी क्यों? हर साल, भारतीय सेना 15 जनवरी को सेना दिवस मनाती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि 1949 में इसी दिन भारतीय सेना को अपना पहला प्रमुख मिला था। लेफ्टिनेंट जनरल केएम करियप्पा ने भारत के पहले ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल सर फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ के रूप में सशस्त्र बल की बागडोर संभाली। हर साल भारतीय सेना दिवस विभिन्न विषयों और विचारों के साथ मनाया जाता है। पिछले साल, ‘डिफेंस का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन’ भारतीय सेना दिवस 2020 थीम था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सेना दिवस पर सैनिकों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे मजबूत, बहादुर और दृढ़ है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, भारतीय सैनिकों ने देश को गौरवान्वित किया है और वह लोगों की ओर से उनको शुभकामना देते हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को भारतीय सेना के जवानों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि देश अपने साहसी और प्रतिबद्ध सैनिकों, बुजुर्गों और उनके परिवारों के लिए हमेशा आभारी रहेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, “सेना दिवस पर, भारतीय सेना के बहादुर पुरुषों और महिलाओं को शुभकामनाएं। हम उन बहादुरों को याद करते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया। भारत साहसी और प्रतिबद्ध सैनिकों, बुजुर्गों और उनके परिवारों के लिए हमेशा आभारी रहेगा। जय हिंद! ”