विटामिन-डी की ओवरडोज है नुकसानदायक
रिपोर्ट :- कशिश
नई दिल्ली :-विटामिन डी की जरूरत शरीर के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन डी की कमी से भी बहुत से लोग जूझ रहे हैं। यह जानना जरूरी है कि विटामिन डी की कमी कैसे पूरी होगी। विटामिन डी के कमी से कई परेशानियां हो सकती हैं। यह कैल्शियम ऑब्जर्व करने के लिए बहुत जरूरी है।
विटामिन डी की जरूरत शरीर के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन डी की कमी से भी बहुत से लोग जूझ रहे हैं। यह जानना जरूरी है कि विटामिन डी की कमी कैसे पूरी होगी। विटामिन डी के कमी से कई परेशानियां हो सकती हैं। यह कैल्शियम ऑब्जर्व करने के लिए बहुत जरूरी है। पर यह जानना भी जरूरी है कि विटामिन डी कितना होना चाहिए और विटामिन डी के लिए क्या खाना चाहिए? क्योंकि अगर आप विटामिन डी अगर ज्यादा मात्रा में खाते हैं या इसका ओवरडोज कर लेते हैं, तो इसके कई नुकसान देखने को मिलते हैं। यह बहुत जरूरी है कि सभी पोषक तत्वों का सेवन किया जाए।
विटामिन-डी भी पोषक तत्वों का हिस्सा है। विटामिन डी सीधे धूप से मिलता है। यह मजबूत हडि्डयों और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मददगाार है। इसकी मी से ज़्यादा थकावट और बदन दर्द महसूस जैसी शिकायते हों सकती हैं। विटामिन डी की कमी मांसपेशियों में कमज़ोरी का कारण भी बन सकती है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भी विटामिन डी बहुत जरूरी है।
कैल्शियम का बहुत ज्यादा बढ़ जाना :
कैल्शियम को पचाने के लिए सबसे जरूरी चीज है विटामिन डी. यह विटामिन शरीर में कैल्शियम को रोकने का काम करता है। ऐसे में अगर आप जरूरत से ज्यादा विटामिन डी लेते हैं तो यह हाइपरकैल्सीमिया जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। यह वह स्थिति है जब शरीर में ब्लड कैल्शियम ख़तरनाक स्तर पर पहुंच जाता है। यह पथरी जैसी सस्याओं को भी पैदा कर सकता है।
हड्डियों से जुड़ी परेशानियां :
विटामिन डी और हड्डियों की मज़बूत का नाता तो आप अब तक समझ ही चुके हैं। बहुत ज़्यादा विटामिन-डी लेने से शरीर में विटामिन-के2 का स्तर बिगड़ सकता है, जो हड्डियों को कमज़ोर कर सकता है।
किडनी पर जोर बढ़ जाना :
अगर आप बहुत ज्यादा विटामिन-डी ले रहे हैं तो यह किडनी के काम को बढ़ा देता है। क्योंकि उसे बढ़े हुए विटामिन डी और कैल्शियम दोनों को पचाने पर डबल मेहनत करनी पड़ती है।
पाचन से जुड़ी दिक्कतें :
अगर आप अपने आहार में विटामिन डी से भरपूर आहाल ले रहे हैं और इसके अतिरिक्त सप्लिमेंट भी ले रहे हैं जो आपकी जरूरत से कहीं ज्यादा हैं। तो यह पाचन को प्रभावित कर सकता है। यह डायरिया, कब्ज़, पेट दर्द जैसी दिक्कतें पैदा कर सकता है।