रेल रोको आंदोलन 66 वें दिन में हुआ दाखिल ,किसानों के रोष के आगे झुकी दिल्ली सरकार ,कृषि विरोधी कानून वापिस ले दिल्ली सरकार :किसान जत्थेबंदी
रिपोर्ट :- कुलजीत सिंह
जंडियाला गुरु:-किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब का और बड़ा हो गया जब दुआबा और मालवे के किसान आ मिले। राज्य प्रधान सतनाम सिंह पन्नू और महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि दूसरा जत्था फ़िरोज़पुर जिले का 11 दिसंबर को दिल्ली रवाना होगा ।इसके बाद गुरदासपुर का जत्था रवाना करेंगे ।दिल्ली की सरकार किसानों के रोष के आगे झुक गई है। अब सरकार साज़िश की ताक में है कि किसान संघर्ष में फूट कैसे डाली जा सके।
आंदोलन को बदनाम करने के लिए कुछ शरारती लोग प्रचार माध्यम द्वारा कोशिश की जा रही है,हमारा संघर्ष लंबा चलेगा। कृषि मंत्री और केंद्र द्वारा यह बयान कि हमारे कृषि कानून ठीक हैं,यह किसानों के जख्म पर नमक छिड़कने वाली बात है। बातचीत करने के लिए सरकार को सभी जत्थेबंदियों को न्यौता देना चाहिए। वही जंडियाला गुरु में रेल रोको आंदोलन 66 वें दिन में दाखिल हो गया है ।आज भी यहाँ खट्टर और मोदी का पुतला फूंक प्रदर्शन किया गया ।इस अवसर पर सविंदर सिंह चुताला ने कहा कि मोदी और खट्टर सरकार द्वारा किए गए जबर के विरोध में आंदोलन लंबा चलेगा।