रेल रोको आंदोलन 31वें दिन में हुआ दाखिल , आंदोलन के दबाव में प्रधानमंत्री ने बिल वापिस ना लेने के बारे बयान देकर अपना मन किया हल्का :पंधेर
रिपोर्ट :- कुलजीत सिंह
जंडियाला गुरु:-किसान मज़दूर सँघर्ष कमेटी पंजाब का रेल रोको आंदोलन देवीदासपुरा में 32 वें दिन में दाखिल हो गया। किसान मज़दूरों के आंदोलन का दबाव इतना ज्यादा केंद्र की सरकार पर पड़ रहा है कि दबाव करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा कल बिहार चुनाव में तीन कृषि कानूनों को वापस ना लेने के बारे में बयान देकर अपना बोझ कम किया है।
आज देवीदासपुरा में रेलवे ट्रैक पर इकट्ठ को संबोधित करते हुए राज्य सचिव सरवन सिंह पंधेर ,लखविंदर सिंह वरियाम,जर्मनजीत सिंह बंडाला ने कहा कि 23 अक्तूबर को पूरे पंजाब में औरतों के इकट्ठ ने मोदी सरकार की नींद हराम कर दी है दूसरी तरफ मोदी सरकार हर रोज़ कोई ना कोई बयान देकर किसान आंदोलन का राजनीतिकरण कर लोगों का ध्यान आंदोलन से दूसरी तरफ भटकाने की कोशिश कर रहें हैं ।प्रधानमंत्री द्वारा कभी आमदन दुग्गनी करने ,कभी यह आंदोलन बिचौलियों का है ,कभी किसान गुमराह हुए हैं ,कभी सरकार मंडी नही तोड़ रही जैसे बयान देने के बावजूद भी पंजाब ,हरियाणा व देश के अन्य भागों में आंदोलन तेज़ हो रहा है।
इस मौके पर अमरदीप सिंह गोपी ,चरण सिंह कलेर घुमान ,,चरनजीत सिंह सफीपुर ,मुखबैन सिंह जोधानगरी ,सविंदर सिंह रूपोवाली ,झिरमिल सिंह बज्जूमान ,टेक सिंह ,गुरभेज सिंह ,कर्म।सिंह बलसरां ,हरबिंन्दर सिंह लाली ,हरभजन सिंह जबबोवाल ,गुरभेज सिंह राणा काला ,अनमोलक सिंह,करनजीत सिंह जोधानगरी ,कुलदीप सिंह मानांवाला ,अंग्रेज़ सिंह ,जोगा सिंह व समय हाजिर थे।