रामलीला के मंचन पर मंडराया संकट के बादल कोरोना को लेकर
रिपोर्ट:- कशिश
नई दिल्ली :-दिल्ली सरकार की ओर से अब तक दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं जिसकी वजह से रामलीला के मंचन को लेकर उम्मीदें टूट रही है।
दिल्ली की ऐतिहासिक रामलीला के मंचन पर इस वर्ष संकट के बादल मंडरा रहे हैं। चंद दिन बचे हैं पर अभी तक इसे लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से किसी भी तरह के दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं । केंद्र ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर मंजूरी की अपील भी की जा रही थी लेकिन कोरोना संक्रमण के सैलाब की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार फैसला लेने में घबरा रही है। सरकार के दर्द से किसी भी तरह की हां या ना नहीं आ पा रही है तो इसी वजह से रामलीला के मंचन के कलाकारों में थे उदारता दिखाई दे रही है इसलिए मैं अपने कदम पीछे खींचते हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ में तैयार है तो रोकते हुए कहा कि अब इसका आयोजन नहीं करेंगे समिति के प्रधान अशोक अग्रवाल ने कहा कि चंद दिन ही बचे हैं इसमें मंच तैयार करने के साथ उपकरण लगाना संभव नहीं हो पाएगा।
लाल किला परिसर में है दो अन्य रामलीला – श्री धार्मिक बन्ना श्री के आयोजन को भी उम्मीद कम ही है श्री धार्मिक के अध्यक्ष गिरधर गुप्ता ने कहा है कि अभी तक रामलीला आयोजन को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं हम लोग चाहते थे कि छोटे सरकर आयोजन कराकर परंपरा को बरकरार रखे लेकिन सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है जिसकी वजह से हमें अपने कदम वापस करने पड़ेंगे।