नशे में घुलता भारत “आज नहीं तो कल आखिर तुमको पछताना है

रिपोर्ट :- पलक त्रिवेदी

नई दिल्ली :-नशे में घुलता भारत “आज नहीं तो कल आखिर तुमको पछताना है , आज नशा तुम कहते हो , कल नशे ने तुमको खा जाना है।वर्तमान समय में भारत सम्पूर्ण युवा आबादी वाला देश है। लेकिन जिस युवा पीढ़ी के बल पर भारत विकास के पथ पर प्रगति शील होने का दावा करता है, वह युवा पीढ़ी आज नशे कि गिरफ्त में आती जा रही है , जो अत्यंत ही चिंता का विषय है। युवा ही क्यों अब तो महिलाएं भी नशे को फैशन समझ कर नशा करने लगी वो भी हर चीज की बराबरी करेंगी पीछे क्यों हटेंगी पीछे हटेंगी तो उनकी इज्जत ना होगी । देश की स्थिति दिन-प्रतिदिन दयनीय व सोचनीय होती जा रही है। नशा अब इस कदर हावी हो गया है कि इसके आगे पीछे कुछ नहीं दिखता।

कहने का क्या है , वे लोग तो कहे देते है कि हम ग़म को भूलने के लिए पीते है या नशा करते है। इससे हमारे मन को शांति मिलती हैं। नशा करने से दुःखो और कष्टों से मुक्ति मिलती है लेकिन क्या सच मुझ नशा करने से व्यक्ति दुखो से मुक्त हो जाता है।अगर ऐसा होता तो पूरे विश्व में कोई भी दुखी और चिंताग्रस्त नहीं होता।


किसी भी देश का भविष और देश की तरक्की देश के नागरिक पर टिकी होती हैं। देश युवा पीढ़ी अगर गलत रास्ते पे चले जाए तो निश्चित तौर पर उनका जीवन अंधकार में चला जाता है । देश का युवा वर्ग को जिंदगी के हर फेलू को जीने की इच्छा होती है। युवा वर्ग नशे जो अपनी शान समझते है। युवा वर्ग शराब , घुटका , बी डी , सिगरेट का नशा करते है । पूरी दुनिया में नशे कि लत एक गम्भीर समस्या बन गई हैं। नशे कि लत लगने वाले किशोरी और युवाओं की संख्या दिन प्रतीदिन बढ़ती जा रही है। घर में कुछ खाने को या ना हो पर नशा जरूर होना चाहिए। वहीं शराब भी प्रतिवर्ष लाखो लोगो को मौत के ख्ट उतार रही है । जहा एक ओर नशा दीमक की तरह युवाओं कि जवानी को चाट जाती है, वहीं दूसरी ओर यह समजिक सुरक्षा ओर विकास के लिए भी बहुत बड़ा का खतरा है। इस प्रकार नशा कई तरह तरह से देश को नुकसान पहुंचा रहा है।

संघर्ष को मानव जीवन का दूसरा नाम कहा जाता है। इसी संघर्ष से व्यक्ति कुंदन की तरह शुद्ध और पवित्र बन जाता हैं। जिन लोगो का हृदय कम जोर होता है या जिनका निश्चय सुढढ नहीं होता है वे संघर्ष के आगे घुटने टेक देते हैं वे अपनी सफलता से बचने के लिए नशे को सहारा बनाते हैं। सरकारें भी आती है नशे को बंद करने को बोलती है परन्तु बंद करने की वजह ओर तरह तरह के नाम रख कर खूब नशा करवाती है बंद करने में उनका क्या फायदा ओर दुगना करा देती। हैं कोन सा उनका घर बर्बाद हो रहा है लेकिन ये बात जिन लोगो को समझना चाहिए उनकी आंखो में तो फैशन ओर बरबरी करने की पटी बधी है।

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