नरेला के DTC ड्राइवर की कोविड-19 से मौत, डेढ़ साल से चल रही थी कोविड-19 में ड्यूटी
रिपोर्ट :- दौलत शर्मा
नई दिल्ली:- देश में जब कोरोना की शुरुआत हुई तभी से नरेला के रहने वाले डीटीसी ड्राइवर सतीश कुमार की ड्यूटी विभाग द्वारा कोविड-19 में लगा दी गई। इनकी ड्यूटी कोरोना के लिए काम करने वाले कर्मचारियों को लाने व ले जाने या हेल्थ के जरूरी उपकरणों के लाने ले जाने में होती थी। डेढ़ साल से लगातार ये ड्यूटी कर रहे थे लेकिन मार्च अप्रैल के महीने में जब ज्यादा संक्रमण फैला तो ये खुद भी कोरोना की चपेट में आ गए और इन्हें दिल्ली में कोई बेड तक नहीं मिला।
जब दिल्ली में कोई बेड नहीं मिला तो इन्हें हरियाणा के जींद में भर्ती कराना पड़ा और जहां इनकी मौत हो गई। कोरोना वॉरियर्स को एक करोड़ देने का दावा दिल्ली सरकार करती थी इनके परिवार से कोई मिलने तक के लिए नहीं पहुंचा। सतीश कुमार लोगों को कोरोना से बचाते हुए शहीद हो गए।
सतीश के परिवार में बूढ़े मां बाप एक बहन और एक बेटा बेटी और उसकी पत्नी है। घर में अकेला सतीश ही कमाने वाला था। सतीश के माता-पिता हार्ट के पेशेंट है। सतीश की ड्यूटी नरेला डिपो में थी जहां से उन्हें कोविड-19 की ड्यूटी में लगाया गया था। सतीश का परिवार अब दिल्ली सरकार के दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है लेकिन इस शहीद कोरोना वॉरियर्स के परिवार को कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।