छह महीने होने पर किसानों ने मनाया काला दिवस
रिपोर्ट ‘- शिल्पा
नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन 6 महीने पूरे होने पर मनाया जा रहा है। काला दिवस के इस मौके पर कोविड के नियमो का उल्लंघन कर रहे हैं किसान। काला दिवस मनाने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हुए हैं और उनके हाथों में विरोध स्वरूप काले झंडे भी दिख रहे हैं। साथी यूपी गेट पर सरकार के खिलाफ पुतला फूंकने पर पुलिस और किसान में काफी धक्का-मुक्की भी हुई काला दिवस के चलते पुलिस सभी बॉर्डर पर तैनात है।
किसान की वजह से सिंधु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में हर जगह पुलिस को तैनात किया गया है बॉर्डर पर बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया गया है किसान बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन साथ में अपने घरों के छत पर और ट्रैक्टर पर भी काला झंडा लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीकेयू प्रमुख राकेश टिकैत ने कहा कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा, कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा पंजाब में अमृतसर के ढाबा गांव में लोगों ने अपने घर की छत और ट्रैक्टर पर कॉलेज लगाकर काला दिवस मनाया। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पहरा बढ़ा दिया है।
सभी बॉर्डरों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है और गाजीपुर बॉर्डर पर पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा है- इस स्थल पर धारा 144 लगा दी गई है। किसी भी तरह के आयोजन और भीड़ को यहां आने की अनुमति नहीं है। 26 जनवरी को लाल किले में किसानों द्वारा निशान साहिब का झंडा फहराया गया था इस घटना के बाद सरकार से बात करने के सभी रास्ते किसानों के बंद हो चुके हैं 22 जनवरी के बाद से किसान और सरकार के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है लेकिन ऐसा लगता है कि ना ही किसान पीछे हटेगी नहीं सरकार पीछे हटेगी। किसान अपना आंदोलन जोर शोर से लगातार कर रहे हैं ऐसा लगता है कि वे आगे भी यह आंदोलन जारी रखेंगे।