कोरोना काल में देवदूत बनकर लोगों की मदद कर रहे हैं मनोज महलावत
रिपोर्ट :- शिल्पा
- सोनू सूद की तरह जान की परवाह किए बगैर लोगों तक पहुंचा रहे हैं मदद
- मानव धर्म का पालन कर निभा रहे हैं सच्ची समाज सेवा
नई दिल्ली :-एक अभिनेता असल जिंदगी में नेता का फर्ज निभा रहा है और गरीब मजबूर लोगो की मदद कर रहा है , दूसरी ओर एक नेता जनहित,सामाजिक सेवाओं में दिन रात एक कर असल मे नेता होने के फ़र्ज़ को दे रहा है अंजाम। एक तरफ जब लोग महामारी में छुपकर घर के अंदर बैठे है वहीँ ये दोनों किरदार संकट की इस भयावह घड़ी में जनता के बीच पहुंच कर रहे हैं जनसेवा और मजबूरों को पहुंचा रहे हैं राहत, जी हाँ हम बात कर रहे हैं मुम्बई से सोनू सूद की और दक्षिणी दिल्ली के वसन्त कुंज से पार्षद मनोज महलावत की जो कि दिल्ली के सोनू सूद कहलाते है, इन दोनों किरदारों में बहुत समानता है बस फर्क सिर्फ इतना है की एक पेशे से अभिनेता हैं तो दूसरे पेशे से नेता पर इनके काम फिल्मी कहानी की तरह मददगार हीरो जैसे हैं।
आज हम आपको ऐसे नेता के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी में शुरुआत से ही संघर्ष किया और सफलता को हासिल भी किया निगम पार्षद बनने के बाद लोगों के दिलों पर भी राज करते हैं। कोरोना महामारी संकट में उन्होंने सभी जरूरतमंद लोगो की मदद हर तरह से की सभी की समस्याओं को हल किया है। आज हम आपको दिल्ली के सोनू सूद के बारे में बताने जा रहे है।
जिस तरीके से कोरोना संकट काल में अभिनेता सोनू सूद ने मुंबई में अप्रवासी लोगों की मदद की उनको राशन से लेकर वापस भेजने तक का इंतजाम किया वह काबिले तारीफ है, चाहे स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं को मुहैया कराने का काम किया, चाहे रोड पर पैदल वापस अपने घर जा रहे मजदूरों को आर्थिक व सामाजिक रुप से सहयोग प्रदान किया। ठीक उसी प्रकार से वसंत कुंज के निगम पार्षद मनोज महलावत ने भी अपने वसंत कुंज वार्ड व अपने आसपास के क्षेत्र में अपने नेता व जनप्रतिनिधि होने का फर्ज बखूबी निभाया। सभी विभागों के योद्धाओ के साथ खड़े होकर काम करते रहे, उनके स्वास्थ्य की चिंता करते हुए सुरक्षा हेतु उनको मास्क, फेस शिल्ड, दस्ताने, हैंड सैनिटाइजर की बोतलें, चवनप्राश , विटामिन C टैबलेट, पीपीई किट आदि स्वयं खरीद सभी योद्धाओं को प्रदान की।
वसंत कुंज वार्ड 69s के निगम पार्षद मनोज महलावत ने कोरोना संकट काल में जन सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी लोगों की मदद करने के लिए। जब अधिकतर जनप्रतिनिधि डरकर अपनी जान माल बचाने के लिए घरों में छुपे बैठे रहे, तब महलावत अपनी व अपने परिवार के स्वास्थ्य की चिंता किए बैगेर बाहर निकले और हर घर हर गली, मोहल्ले झुग्गी, बस्ती सभी सड़कों, मार्केट, सार्वजनिक स्थान आदि को स्वम सैनीटाइज किया और डटकर गरीब जरूरतमंद लोगों की भरपूर मदद की।इस दौरान महलावत खुद भी कोरोना पॉजिटिव हुए और घर रहकर अपना इलाज किया। लेकिन ठीक होने के तुरंत बाद वह डरे नहीं उल्टा पुरे जोश व ताकत से संकट महामारी के सताएँ लोगों की सेवा में लग गए।
इन्होंने हर गरीब मजदूर ज़रूरतमंद परिवार जिनमें असंगठित उद्योग से जुड़े हुए मजदूर, विधवा महिलाएं, अनाथ बच्चे व अति पिछ्डे गरीब परिवार, इनको लक्ष्य रख इन तक सभी जरूरी वस्तुएं जिनमें प्रमुखता रसोई में प्रयोग होने वाली सभी खाद्य वस्तुएं शामिल हैं और बच्चों और बुजुर्गों को देखते हुए फल, सब्जियां, दूध, ब्रेड, बिस्किट, जैसी चीजों को योजना बनाकर इन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया। इन्होंने दो हजार से ज्यादा परिवारों को हफ्तो तक पका खाना पहुंचाया, लेकिन इस सेवा में अन्न की थोड़ी बर्बादी देखने को मिली इसके बाद इन्होंने अपनी योजना में बदलाव कर सूखे राशन की किटें तैयार कराई और इनको जरूरतमंद लोगों तक उनके यथा स्थान पहुंचाने का काम किया।
इस कार्य में अपने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं मित्रों की मदद से जरूरतमंद परिवारो की सूचियां तैयार कराई गई और उनके घर घर जाकर यह राशन किटें पहुंचाई गई। इस राशन किट में एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए 15 से 20 दिन का राशन बार-बार दिया गया जिसमें मुख्यता आटा, चावल, दाल, मसाले, तेल, चीनी, चायपत्ती नमक, आलू , प्याज, हरी सब्ज़ियाँ,गुड जैसी जरूरी चीजें दी गई। इन्होंने अपनी इस राशन किट को मोदी राहत राशन किट का नाम दिया और इस वितरण कार्य को जनसेवा प्रयास के नाम से लोगों के बीच में पहुंचाया।
साथ ही निगम पार्षद ने कोरोना बीमारी के प्रति जागरूकता और बीमारी से लड़ने मे इस्तेमाल होने वाली सभी वस्तुएं/चीजें लगातार लोगों में वितरण करते रहे जैसे मास्क, हैंड सैनिटाइजर, रोक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष काढ़ा जो कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी लोगों को प्रयोग करने की सलाह दी थी, इन्होंने काढ़े में इस्तेमाल होने वाली सभी जड़ी बूटी और मसाले मँगवा कर पिसवाए एवं जनता में बड़ी मात्रा में वितरित किए।
सभी धर्मों में आस्था विश्वास रखने वाले मनोज महलावत ने 2020 में जब धार्मिक स्थलों को जब श्रद्धालुओं के लिए खोला गया तब महलावत ने अपने क्षेत्र व आस पास के सभी धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को अपनी गौशाला में बुलाकर बड़ी सैनिटाइज मशीने और संक्रमण की रोकथाम हेतु दवाई भेंट की ताकि जब श्रद्धालु अपने पूजनीय स्थानो पर जाए तो उन्हें संक्रमण का कोई ख़तरा ना रहे। इनकी इस सूझ बुझ को सभी जाति धर्मों द्वारा बहुत सराहा गया।
इसी दौरान मनोज महलावत का दिल को छू लेने पशु प्रेम भी हमें देखने को मिला लॉकडाउन के चलते रोड साइड पशु हो या जंगलो में सभी को समय समय पर खाना और पानी पहुँचाया खिलाया।
महलावत ने सुरक्षा कर्मियों के लिए भी फेस शील्ड, हैंड सैनिटाइजर, एन 95 मास्क समय-समय पर वितरण किया और महिलाओं को रोजगार देने के लिए इन्होंने कपड़े के मास्क बनाने का काम उनको दिया वही मास्क लोगों में मुफ्त वितरण किए। इन्होंने समय-समय पर अपने क्षेत्र में कोरोना चैक-अप कैंप लगवाएँ अपने जन सेवा प्रयास के सेवा कार्य के 100 दिन पूरे होने पर वसंत कुंज के आर्य समाज मंदिर में हवन यज्ञ का आयोजन किया जिसमें महामारी में अपने प्राण गवाने आत्म शांति गंगवाल शहीदों को श्रद्धांजलि व जल्द करोना समाप्ति हेतु महा यज्ञ संपन्न किया।
इसी कड़ी में इनको सूचना मिली की फूलों की खेती करने वाले कुछ परिवार अपने खेतों में लॉकडाउन के चलते बदतर हालात का सामना कर रहे क्यूँकि लॉकडाउन में ना कोई फूल लेने वाला है ना वो बाहर जा सकते है उनकी क़ीमती फूलो की खड़ी फसल सुख़ गई है उनके खेतों पर जा कर राशन ओर ज़रूरी सामान वितरण किया। इसी से जुड़ी एक मार्मिक घटना इस दौरान घटी जिसमे एक गर्भवती महिला को अस्पताल न पहुंचने के कारण घर पर ही दर्द से करार रही थी, उसकी सूचना महलावात तक पहुंची जिसका उन्होंने समय रहते निदान किया और समय पर खुद अपनी गाड़ी लेकर पहुंचे और अस्पताल पहुंचाकर शिशु के जन्म में कोई असुविधा न हो और स्वस्थ को मद्देनजर रखते हुए स्वाथ्य सेवाओं को सुनिश्चित करवाया और इस घटना के बाद पड़ोसी व परिवार ने उनका बहुत बहुत आभार प्रकट किया।
एक समय ऐसा भी आया जब वार्तालाप के बीच महलावत बहुत ही भावुक हो गए यह बताते हुए कि “उनके पास एक ऐसा शख्स आया था जो पेंटर का काम करता था जिसके घर पर 4 दिन तक खाना नहीं बना था जैसे तैसे काम चला रहा था और शख्स को जब राशन मिला तो उसने फ़ोन कर बताया सर आपके द्वारा दिए गए राशन को देखकर मेरे बच्चे ख़ुशी से नाच उठे आपकी वजह से मेरे घर में 4 दिन बाद खाना बनेगा” उन्होंने उस शख्स की पीड़ा को अनुभव किया जिस वजह से वह भावुक हो गए यह बात सबको भावुक कर देगी। महलावत पिछले साल से अब तक लगातार लोगों के लिए खड़े हैं और मदद कर रहे हैं, 2021 में भी वह जनसेवा प्रयास कर रहे हैं।
आज हम आपको महलावत की एक खास बात और बताएंगे यह खास बात यह है कि “मनोज महलावत ने अपने जन्मदिवस पर अपना जन्मदिन ना बनाकर जरूरतमंद लोगों को राशन दिया ताकि उनके जन्मदिन पर कोई भूखा ना रहे, साथ ही अपना केक बच्चों के बीच काटकर और सभी बच्चों को केक खिलाकर अपना जन्मदिवस मनाया।
एक तरफ अभिनेता सोनू सूद ने लोगों की मदद की और दूसरी तरफ नेता मनोज महलावत ने जरूरतमंद लोगों की मदद की साथ ही निस्वार्थ मन से पशुओं की भी सेवा की। गौसेवा में तो इनकी विशेष रूचि बचपन से रही राजनीतिक क्षेत्र में आने से पहले लगभग 8/10 साल इन्होंने एशिया की दूसरी रजिस्टर्ड गौशाला किशनगढ़ में महरौली देहात में भरपूर सेवा का शोभाग्य मिला और आसपास के गांवों में सभी सम्मानित बड़े बुजुर्गों का लगातार प्यार मार्गदर्शन आशीर्वाद मिला।