केजरीवाल सरकार ईडब्ल्यूएस कोटे के माध्यम से बेहतर शिक्षा सुविधाएं प्राप्त करने में समाज के गरीब वर्गों को विफल रही

रिपोर्ट :-नीरज अवस्थी

नई दिल्ली :-दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि अरविन्द केजरीवाल सरकार समाज के गरीब वर्ग के छात्रों को ईडब्ल्यूएस कोटे से बेहतर शिक्षा सुविधा दिलाने में विफल रही है और पिछले कुछ समय से कमजोर वर्ग के छात्रों को समान सब्सिडी जैसी शिक्षा से भी वंचित रखा है।

सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में शैक्षिक क्रांति की बात करती है, लेकिन 2015 से वह निजी स्कूलों के प्रबंधन के साथ मिलकर काम कर रही है और हमने देखा है कि उसने निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस कोटे की सीटें लैप्स होने दी हैं। शिकायतों के बावजूद दिल्ली सरकार ने निजी स्कूलों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई की है और उन्हें समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी से बचने का मौका दिया है।

सचदेवा ने कहा है कि इस शैक्षणिक वर्ष 2022-23 में केजरीवाल सरकार ने स्वयं निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत 39997 सीटों का कोटा तय किया, लेकिन उन्हें भरने के लिए बहुत कम काम किया और 35% से अधिक सीटों को लैप्स होने दिया।

वर्ष 2020-21 और 2021-22 के दौरान जब समाज कोविड संबंधित आर्थिक संकट से गुजर रहा था तब भी सरकार ने निजी स्कूलों में ईडब्ल्यूएस कोटे की 50% से अधिक सीटों को लैप्स होने दिया।

दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि दिल्ली सरकार शिक्षा क्रांति लाने के लिए खुद की तारीफ करती है, लेकिन मौजूदा शैक्षणिक वर्ष में भी दिल्ली सरकार के स्कूलों में मुश्किल से एक तिहाई छात्रों को वर्दी और अन्य शैक्षिक सब्सिडी ही मिली है।

सचदेवा ने कहा है कि हम जल्द ही उपराज्यपाल से संपर्क करेंगे और केजरीवाल सरकार द्वारा ईडब्ल्यूएस कोटे को साल दर साल लैप्स होने देने की जांच की मांग करेंगे क्योंकि कमजोर वर्ग के छात्रों को संवैधानिक लाभ से वंचित करना एक आपराधिक कृत्य है।

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