किसान आंदोलन से क्या है बदरपुर- फरीदाबाद पर असर
रिपोर्ट :- दौलत शर्मा
नई दिल्ली :-किसान आंदोलन का लगातार 23 वा दिन है और किसान अभी भी अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर अपना प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार से इस बिल को निरस्त करने की बात कह रहे हैं हालांकि सरकार की तरफ से बातचीत के अवसर खोले गए थे और 6 बैठकों के बाद भी कोई हल नहीं निकला गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को भी किसानों ने अस्वीकार कर दिया उसके बाद से किसानों का प्रदर्शन और भी बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है और लगातार किसानों की भीड़ बॉर्डर पर बढ़ती जा रही है प्रदर्शन के लिए और अब राजनीतिक पार्टियां भी इसमें कूद रही है और इसे एक तरह से पूरा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है सरकार के लगातार बातचीत करना चाह रही है मगर किसान अड़े हुए हैं बिल को पूरी तरह से नष्ट किया जाए अब वह कोई बातचीत नहीं करना चाहते हैं। दिल्ली फरीदाबाद बॉर्डर बदरपुर बॉर्डर पर भी तनाव की स्थिति बनी हुई है जिसकी वजह से सिक्योरिटी लगातार सख्त की जा रही है और लोगों को जाम की समस्या से भी लगातार गुजारना पड़ रहा है 30 दिन भी सिक्योरिटी सख्त है जगह-जगह बैरिकेड से लगाए गए हैं मैं ऊपर कील मिट्टी से भरे डंपर खड़े हैं क्रेन खड़ी है किसान आंदोलन किसानों की भीड़ दिल्ली बदरपुर बॉर्डर की तरफ आती है।
उनको रोकने के लिए सभी जमात की हुए हैं जिससे ऑटो वालों और पैदल चलने वालों को काफी दिक्कत हो रही है क्योंकि अब बॉर्डर पार नहीं करने दिया जा रहा है ऑटो स्टैंड से एक 2 किलोमीटर पहले ही अपना ऑटो खड़ा कर रहे हैं और पैदल ही लोगों को बॉर्डर पार करने पड़ रहे हैं जो कि एक बहुत बड़ी समस्याओं पर भी नजर आ रही है लगातार बनी हुई है ऑफिस टाइम होता है तो बैरिकेड की वजह से और पैदल मुसाफिर की वजह से पूर्व बॉर्डर पर जाम लग जाता है अभी देखा जाए तो वहां कोई ऐसी तनाव की स्थिति नहीं है सिक्योरिटी सख्त है मगर हालात सामान्य है।