किसान आंदोलन का 16 वां दिन बढ़ी सरकार की टेंशन
रिपोर्ट :- दौलत शर्मा
नई दिल्ली :-किसान आंदोलन को लगातार 16 वाँ दिन हो चुका है और अभी तक किसान दिल्ली हरियाणा के कई बॉर्डर ओं को घेरे हुए अपने प्रदर्शन को लेकर बैठे हैं लगातार सरकार और किसानों के बीच की वार्तालाप बेनतीजा होती जा रही है जिसकी वजह से किसानों के अंदर अब और गुस्सा सरकार के प्रति और अब 12 दिसंबर को किसानों ने अपने आंदोलन को और सक्रिय और बड़ा बनाने के लिए कहा है और 14 तारीख को दिल्ली का घेराव किसान संघ द्वारा किया जाएगा।
उनका कहना है दिल्ली की आबोहवा पूरी तरह से बंद कर देंगे अगर सरकार उनकी नहीं सुनती है तो अच्छा बैठक लगातार चली मगर वह भी बेनतीजा निकली जो सरकार और किसानों के बीच तनातनी को और बढ़ा रही है इस बीच गृह मंत्री अमित शाह भी किसानों के बीच कुडतरकर उनसे बात करी और उनकी तरफ एक प्रस्ताव दिया गया।
जिसके बाद किसानों ने उस प्रस्ताव को खारिज कर सरकार की टेंशन और बढ़ा दी और अब आंदोलन और भी सक्रिय रूप से किसानों द्वारा चलाया जाएगा 12 और 14 तारीख को किसान अपने प्रदर्शन को और भी आगे लेकर जाएंगे दिल्ली का पूरी तरह से घेराव करेंगे अभी बात की जाए तो किसान चिल्ला बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं और पूरी तरह से इन बॉर्डर को बंद किया गया है।
जिससे दिल्ली वालों को काफी तकलीफ पर हो रही है देखा जाए तो एक प्रकार की कैद में इस वक्त दिल्ली वाले नजर आ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि किसान और सरकार के बीच अब किस तरह की और बातचीत होगी इसका समाधान निकालने के लिए क्योंकि किसान इस बिल में कोई संशोधन नहीं चाहते बल्कि इस बिल को पूरी तरह से निरस्त करना चाहते हैं उस बिल्कुल किसान स्वीकार नहीं करते अब देखना यह होगा कि सरकार और किसानों के बीच और कितनी बैठक होती हैं क्या किसान दिल्ली की आबोहवा सही में बंद कर देंगे या उससे पहले ही सरकार कोई हल निकाल लेगी।