कपड़ा मंत्रालय और निफ्ट नई दिल्ली ने स्टैंडर्ड इंडियन बॉडीज के पहले सर्वेक्षण के लिए हाथ मिलाया
रिपोर्ट :- स्पर्धा निगम
नई दिल्ली : भारतीय उपभोक्ताओं और घरेलू परिधान ब्रांडों के लिए भारतीय शरीर के लिए सही फिटिंग खोजना बड़ी चुनौती रही है। हाल के दिनों में ई-कॉमर्स खुदरा क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक मानकीकृत साइज चार्ट नहीं होना घरेलू कपड़ा और भारतीय परिधान उद्योग के विकास की राह में एक प्रमुख बाधा है। इस समस्या का जमीनी स्तर पर मुकाबला करने के लिए कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), नई दिल्ली ने भारतीयों के लिए माप का एक मानवशास्त्रीय (एंथ्रोपोमीट्रिक) डाटाबेस बनाने के लिए बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय आकार सर्वेक्षण (नेशनल साइज सर्वे) शुरू किया है।
भारत सरकार द्वारा अनुमोदित और उद्योग संघ सीएमएआई द्वारा समॢथत परियोजना में भारत के छह क्षेत्रों नई दिल्ली (उत्तर), मुंबई (पश्चिम), चेन्नई (दक्षिण), हैदराबाद (केंद्र), कोलकाता (पूर्व) और शिलांग (उत्तर-पूर्व) में 15- 65 वर्ष के आयु वर्ग के 25000 (पच्चीस हजार) से अधिक लोगों को शामिल किया जा रहा है। इस दौरान बिना छुए सुरक्षित 3डी बॉडी स्कैनिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। निफ्ट के डीजी और आईएएस शांतमनु ने कहा कि इससे एक बेहतर साइज चार्ट बनाना संभव होगा। भारत में अपनी तरह के इस पहले सर्वेक्षण में प्रत्येक प्रतिभागी से 100 से अधिक एंथ्रोपोमीट्रिक डाटा पॉइंट प्राप्त होंगे। कपड़ा सचिव आईएएस उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा, इंडियासाइज सर्वेक्षण की मदद से ग्राहकों के अनुरूप कपड़े बनाने में मदद मिलेगी। साथ ही ग्राहक भी अपने हिसाब से कपड़े चुन सकेंगे।
एक मानक साइज चार्ट के लिए विभिन्न आयु समूहों, इनकम इंडेक्स और ओरिजिन के हिसाब से आकलन किया जाएगा। प्रोफेसर और प्रोजेक्ट की प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर डॉ नूपुर आनंद कहती हैं, यह परियोजना भारतीय और वैश्विक फैशन उद्योग के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानकीकृत परिधान आकार तैयार करेगी। इससे भारतीय खरीदारों को बेहतर विकल्प मिलेगा। निफ्ट दिल्ली कैंपस में डाटा संग्रह करने के बाद परियोजना अब आगे बढ़ रही है। 26 अगस्त को सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल साकेत, दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।